शासकीय माँ महामाया महाविद्यालय खड़गवां,जिला – मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (छ.ग.) उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आदिवासी अंचल का एक उभरता हुआ शिक्षण संस्थान है | इस महाविद्यालय की स्थापना छ.ग.शासन के द्वारा सन 2010 में शासकीय नवीन महाविद्यालय खड़गवां के नाम से की गई थी | प्रारंभ में यह महाविद्यालय जनपद पंचायत खड़गवां के पुराने भवन में संचालित हो रहा था | छ.ग.शासन द्वारा महाविद्यालय को नवीन भवन की सौगात दिनांक 20 अक्टूबर 2015 को मिली तब से यह महाविद्यालय अपने स्वयं के भवन में संचालित हो रहा है | नवीन भवन के मिल जाने से आदिवासी अंचल के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए मूलभूत सुविधाओं के साथ एक अनुकूल वातावरण मिला जिसके परिणाम स्वरुप महाविद्यालय में प्रतिवर्ष नियमित प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है | छ.ग.शासन द्वारा सन 2018 में महाविद्यालय का नाम परिवर्तन कर शासकीय माँ महामाया महाविद्यालय खड़गवां किया गया है | महाविद्यालय में कला,वाणिज्य और विज्ञान संकाय के स्नातक पाठ्यक्रम संचालित हैं | यह महाविद्यालय संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय ,सरगुजा अंबिकापुर ( छ.ग.) से संबद्ध है | वर्तमान में यह महाविद्यालय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की धारा 2 ( F ) के अंतर्गत पंजीकृत है | राष्ट्रीय सेवा योजना (N.S.S.) की इकाई महाविद्यालय में संचालित है | महाविद्यालय के विकास में स्थानीय नागरिकों की सहभागिता हेतु जनभागीदारी समिति शासन के द्वारा गठित की जाती है | महाविद्यालय के सफल संचालन हेतु विभिन्न समितियों का गठन किया गया है ,जो निरंतर क्रियाशील है | शासकीय माँ महामाया महाविद्यालय खड़गवां खुले प्राकृतिक वातावरण में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ,खड़गवां भवन के पीछे मिनी स्टेडियम के बगल में अवस्थित है |